वीडियो में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भगवान जगन्नाथ के सामने पुरोहितों के साथ बैठे नजर आ रहे हैं। पुरोहित विधिवत मंत्रों का उच्चारण कर रहे हैं और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी लयबद्ध होकर उन्हें दोहरा रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री हाथ जोड़कर आंखे मूंदे पूरी तन्यम
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरकार द्वारा चलाये जाने वाली सुपोषित गोड्डा योजना का शुभारंभ कार्यक्रम से संबंधित पुस्तिका का विमोचन कर किया। इस योजना के तहत गोड्डा जिले के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति हेतु विभिन्न तरह के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री हेमंत
खनन पट्टा लीज को लेकर ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में घिरे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्रीय निर्वाचन आयोग के सामने 14 जुलाई को अपना पक्ष रखेंगे। मंगलवार को चुनाव आयोग में इस मामले में सुनवाई हुई। मिली जानकारी के मुताबिक साढ़े 3 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक चली सुन
आचार संहिता उल्लंघन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सशरीर उपस्थित होना होगा। एमपी-एमएलए की स्पेशल कोर्ट का फैसला आ गया है हेमंत सोरेन को कोर्ट में हाजिर होकर ही अपना पक्ष रखना होगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली में हैं। उन्होंने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से भी उनके आवास पर जा कर मुलाकात की।
शेल कंपनी, खनन पट्टा और मनरेगा मामले पर झारखंड हाईकोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गयी है। अगली सुनवाई 30 जून को होगी। आज शिवशंकर शर्मा की याचिका की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और जस्टीस सुजीत नारायण प्रसाद की बेंच में हुई सुनवाई। मामले पर राज्य सरक
गौरतलब है कि इससे पहले बीते शुक्रवार को भी राज्य सरकार ने झारखंड हाकोर्ट से सुनवाई टालने की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इंकार कर दिया था। कोर्ट ने राज्य सरकार की मांग खारिज करते हुए कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में सरकार का पक्ष रखा जा सकता है तो हाईकोर्ट में क्
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस सिलसिले में कई योजनाएं शुरू की गई है। प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उनके हुनर को निखारने के लिए विशेष पहल की जा रही है। खिलाड़ियों के उत्तम कोटि के प्रशिक्षण की व्यव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखा है। लिखा है कि बहाली अनुबंध पर एवं नाम अग्निवीर ! इस स्लोगनवीर सरकार से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है ? !!! जागो भविष्य के कर्णधारों जागो !!! हालांकि, मुख्यमंत्री अपने इस पोस्ट की वजह स
मुख्यमंत्री के इस निर्णय का दूरगामी प्रभाव आने वाले दिनों में झारखंड राज्य के जंगलों और पर्यावरण पर दिखेगा। इससे जंगलों में लकड़ियों की हो रही अवैध कटाई पर लगाम लगेगी। साथ ही, जंगली जीव, जंगल और वनस्पति संरक्षित हो सकेंगे।
रक्तदाता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पत्रकारों ने पूछा कि, राज्यपाल रमेश बैस ने पुलिस और जिला प्रशासन से जुड़े कई वरीय अधिकारियों को तलब किया था। कई सवाल पूछे हैं। आप की प्रतिक्रिया क्या है। इस पर मुख्
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनता हमेशा से संवेदनशील और सहनशील रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे धैर्य बनाए रखें। वर्तमान हालात में हम कठिन परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। आगे और भी कठिन परीक्षायें होंगी लेकिन हमें धैर्य खोने की जरूरत नहीं है।