तेहरान के नागरिकों को "तुरंत इलाका खाली करने" की चेतावनी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट किया कि वह युद्ध विराम के प्रयास नहीं कर रहे हैं।
गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट 171 हादसे का शिकार हो गई, जिसमें सभी 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई। हादसे के बाद सामान्य प्रक्रिया के तहत आपातकालीन सेवाएं घटनास्थल पर पहुंचीं, हवाई अड्डों पर परिजनों की भीड़ जमा हो गई और मीडिया अहमदाबाद
ईरान और इजराइल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच ईरान के विदेश मंत्रालय ने सभी विदेशी नागरिकों से देश छोड़ने की अपील की है।
हालांकि भारत G-7 समूह का सदस्य नहीं है, लेकिन इस बार भारत को "आउटरीच पार्टनर" के रूप में आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन का आयोजन 16 और 17 जून को किया जा रहा है
सोमवार को हांगकांग से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट को तकनीकी खामी की आशंका के चलते उड़ान के बीच में ही वापस लौटना पड़ा।
यह यात्रा तीन देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसमें कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन और क्रोएशिया की ऐतिहासिक पहली भारतीय प्रधानमंत्री यात्रा भी शामिल है। साइप्रस की यह यात्रा न केवल रणनीतिक और कूटनीतिक है बल्कि आर्थिक और भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम मानी जा र
इसके जवाब में ईरान के विदेश मंत्री ने भारत के राजनयिक मिशन को हरी झंडी दे दी तथा राजनयिकों और नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की पेशकश की।
13 जून को स्पाइसजेट का स्टॉक 1.95% की गिरावट के साथ ₹43.81 पर बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान यह ₹42.16 तक गिरा, जबकि दिन का उच्च स्तर ₹44.44 रहा।
ठाकोर ने रायटर को बताया कि हादसे के समय उन्हें तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, जिसे उन्होंने शुरू में गैस सिलेंडर फटने का भ्रम समझा। लेकिन जल्दी ही उन्हें अहसास हुआ कि जिस इमारत से वे कुछ ही मिनट पहले निकले थे
देर रात दुबई की 67 मंज़िला आवासीय इमारत टाइगर टॉवर में भीषण आग लग गई। यह आग रात करीब 9:30 बजे लगी और देखते ही देखते ऊपरी मंज़िलों से घना धुआं और लपटें उठने लगीं।
ईरान ने शनिवार तड़के इजरायल के खिलाफ 'ट्रू प्रॉमिस 3' ऑपरेशन के तहत तेल अवीव, यरुशलम और मध्य इजरायल पर 150 से अधिक मिसाइलें दागी हैं। ईरान ने याहब इजरायल के ऑपरेशन राइजिंग लायन के जवाब में किया। इस हमले के परिणामस्वरूप तेल अवीव में कई रिहायशी इमारतें और व
14 जून 2025 को अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव रहा।