द फॉलोअप डेस्क
बेंगलुरु स्थित एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हाल ही में हुए भीषण भगदड़ की घटना ने अब नया मोड़ ले लिया है। इस हादसे में 11 लोगों की दर्दनाक मौत और कई अन्य के घायल होने के बाद अब क्रिकेटर विराट कोहली को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहराने की मांग उठ रही है।
बेंगलुरु के एक सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने विराट कोहली के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। वेंकटेश का आरोप है कि विराट कोहली की उपस्थिति और उनसे जुड़ी प्रचार गतिविधियों के कारण भारी भीड़ उमड़ी, जिससे हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
पुलिस ने वेंकटेश की शिकायत पर एक औपचारिक रसीद जारी की है, जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि घटना को लेकर पहले ही एक एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि विराट कोहली के खिलाफ अलग से कोई मामला दर्ज किया जाएगा या नहीं, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
क्या है मामला?
आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) की जीत के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह में विराट कोहली की संभावित उपस्थिति और आयोजन को लेकर प्रचार-प्रसार के चलते भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए। भीड़ पर नियंत्रण न हो पाने के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हादसे के बाद प्रशासनिक लापरवाही के आरोप में बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर समेत कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
क्यों उठे रहे विराट को लेकर सवाल?
हालांकि विराट कोहली इस आयोजन के प्रत्यक्ष आयोजक नहीं थे, लेकिन सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि उनकी लोकप्रियता और ब्रांड वैल्यू के कारण असाधारण भीड़ उमड़ी, जिससे प्रशासन की तैयारियां नाकाफी साबित हुईं। इस घटना के बाद एक बार फिर से यह बहस छिड़ गई है कि क्या किसी सेलिब्रिटी की मौजूदगी से उत्पन्न भीड़ के लिए उन्हें नैतिक या कानूनी तौर पर जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।