द फॉलोअप डेस्क
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPC) अब खेल आयोजनों की आदत का शिकार होता नजर आ रहा है। करीब चार साल पहले शुरू हुई ‘खेलो झारखंड’ प्रतियोगिता से इस सिलसिले की शुरुआत हुई थी, जो बाद में SGFI, सुब्रतो कप और नेहरू कप तक पहुंच गया, और अब यह प्रवृत्ति पहली ‘लिटिल चैंप्स फुटबॉल प्रतियोगिता’ तक फैलती हुई नजर या रही है।
राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन द्वारा 6 जून को जारी पत्र के अनुसार, 8 से 12 वर्ष की उम्र के बच्चों (बालक व बालिका) के लिए लगभग 47 लाख रुपये की लागत से स्कूल, प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके तहत स्कूल स्तर पर प्रतियोगिता 14 जून से पहले, प्रखंड स्तर पर 20 जून से पहले और जिला स्तर पर 25 जून तक कराने की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। राज्यस्तरीय प्रतियोगिता 2 से 4 मई तक रांची के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मुख्य स्टेडियम में होगी, जिसमें 24 जिलों की विजेता टीमें (बालक एवं बालिका) भाग लेंगी। प्रतियोगिता 60 गज × 40 गज के मैदान पर खेली जाएगी। गोल पोस्ट की ऊंचाई 6 फीट होगी और हर टीम में 8 खिलाड़ी मैदान पर होंगे जबकि 4 खिलाड़ी रिजर्व में रहेंगे।
JEPC मुख्यालय में बीते दो वर्षों से एक दर्जन से अधिक शारीरिक शिक्षक अपने स्कूलों से हटकर सिर्फ आयोजन कार्यों में लगे हुए हैं। वे छात्रों को पढ़ा तो नहीं रहे, लेकिन प्रतियोगिता आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। कुछ शारीरिक शिक्षकों को सप्ताह में 3 दिन स्कूल और 3 दिन JEPC कार्यालय में कार्य करने का आदेश भी दिया गया था, जो अब पूरी तरह झूठा साबित हो गया है।