द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने गुरुवार को चुरचू प्रखंड के अंतर्गत आदिम जनजाति बिरहोर टोला नगड़ी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सबसे खास बात यह देखने को मिली कि कोई आला अधिकारी आदिम जनजाति आम जनता के साथ जमीन पर बैठकर उनकी समस्याओं को सुनने का प्रयास कर रहा था, जो सबसे अलग और खास रहा। उपायुक्त ने कहा, "मैं जमीन से जुड़ा हुआ हूँ, इसलिए जमीन पर बैठकर आदिम जनजाति की समस्या और उनका उत्थान एवं विकास कैसे हो, इस विषय पर चर्चा की गई।" आदिम जनजाति समाज की मूलभूत समस्याओं का समाधान कैसे किया जा सके, इस पर चर्चा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि आदिम जनजाति को शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही किसी भी समाज का विकास संभव है, इसलिए सभी को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने पर बल दिया गया। इसके अलावा, वैसे बच्चों को चिह्नित करने की बात कही गई जो शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने पर ज़ोर दिया गया।
उन्होंने आदिम जनजाति समाज को राशन, पेंशन तथा रोजगार देने की बात कही। उपायुक्त ने डोर टू डोर आदिम जनजाति के जर्जर आवास का जायजा लिया और वैसे आवास को जल्द से जल्द दुरुस्त कराने को लेकर निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त से नगड़ी गांव के वार्ड सदस्य सुरेश बिरहोर द्वारा पानी की समस्या पर ध्यान आकृष्ट कराया गया। उन्होंने बताया कि हमारे यहां पानी की सबसे बड़ी समस्या है, जिसके कारण यहां के लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। उपायुक्त ने तत्काल टोला में पानी की समस्या को सुधारने का आदेश दिया ताकि लोगों को पानी की समस्या से निजात मिल सके।
मौके पर मुख्य रूप से जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी, डीपीओ, एनएसडीसी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी ललित राम, प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी डॉ. राजेश शर्मा, चिकित्सा स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. अशोक राम, पंचायत मुखिया पूनम बेसरा, बीपीओ, सहायक प्राध्यापक रूपलाल राम, आंगनबाड़ी सेविका ज्योति श्री, वार्ड सदस्य रीता देवी, अनूप कुमार रवि सहित ब्लॉक कर्मी, अंचल कर्मी, मेडिकल स्टाफ आदि शामिल थे।