द फॉलोअप डेस्क
गुमला जैसा पिछड़ा जिला जो एक समय नक्सल जैसी गतिविधियों के लिए बदनाम था, ऐसे क्षेत्र में पॉलिटेक्निक कॉलेज के खुलने और यहां के छात्रों को बेहतरीन शिक्षा के साथ अच्छे संस्थानों में प्लेसमेंट होना, केवल पॉलिटेक्निक कॉलेज के लिए नहीं बल्कि गुमला के लिए भी बहुत बड़ी उपलब्धि है। यहां के लोग यहां के छात्रों को अपना भविष्य संवारने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इन सब उपलब्धियां की जानकारी के लिए आज गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी थी। गुमला पॉलिटेक्निक के निदेशक अभिजीत कुमार और शासी निकाय की सदस्या रेणुका यशस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 2024-25 में छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट और शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। प्रवेश मानदंडों, संकाय क्रेडेंशियल्स और गुमला पॉलिटेक्निक द्वारा अपने छात्रों को प्रदान किए जाने वाले व्यापक शैक्षिक अनुभव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
निदेशक अभिजीत कुमार ने पिछले कुछ शैक्षणिक सत्रों में गुमला पॉलिटेक्निक के उत्कृष्ट प्लेसमेंट रिकॉर्ड पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विभिन्न शाखाओं, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, ऑटोमोबाइल और माइनिंग के छात्रों ने बड़ी और प्रसिद्ध कंपनियों में पद हासिल किए हैं, जो संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा और प्रशिक्षण के उच्च मानक को दर्शाता है। अपने-अपने क्षेत्रों में यह उपलब्धि संस्थान के मजबूत उद्योग संबंधों और छात्रों को मिलने वाले कठोर प्रशिक्षण को दर्शाती है, जिससे उन्हें शीर्ष नियोक्ताओं द्वारा अत्यधिक पसंद किया जाता है।
अभिजीत कुमार ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज को शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए डिप्लोमा इंजीनियरिंग, BCA एवं डिप्लोमा फॉर वर्किंग प्रोफेशनल के लिए हाल ही में मिले अनुमोदन की जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि AICTE ने छात्रों की बढ़ती रुचि और उद्योग की मांग को देखते हुए 2 शाखाओं- इलेक्ट्रिकल और सिविल इंजीनियरिंग के लिए सीट क्षमता में वृद्धि को मंजूरी दी है। सत्र 2025-26 में सिविल और इलेक्ट्रिकल ब्रांच में AICTE के द्वारा 30-30 सीटों की वृधि की स्वकृति प्रदान की गई है। इसके उपरांत गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज के सत्र 2025-26 में कुल सिविल (90 सीटें), इलेक्ट्रिकल (90 सीटें), मैकेनिकल (60 सीटें), माइनिंग (60 सीटें) के साथ ही BCA (60 सीटें) में नामांकन की अनुमति दी गई है।
AICTE द्वारा सत्र 2025-26 से सरकारी तथा गैर-सरकारी क्षेत्रों में कार्यरत्त युवाओं के तकनीकी ज्ञान और हुनर को बेहतर बनाने के मकसद से गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज को डिप्लोमा फॉर वर्किंग प्रोफेशनल (कामकाजी पेशेवर) कोर्स को 3 संकायों - सिविल (30 सीट), इलेक्ट्रिकल (30 सीट) और माइनिंग (30 सीट), के संचालन की स्वकृति प्रदान किया गया है। कामकाजी पेशेवरों के लिए इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक लचीला कार्यक्रम है जिसे व्यक्तियों को अपने रोजगार को जारी रखते हुए एक विशिष्ट इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये कार्यक्रम व्यावहारिक कौशल और अद्यतन ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे पेशेवरों को अपने क्षेत्रों में वर्तमान बने रहने और संभावित रूप से पदोन्नति या नई भूमिकाओं के लिए अर्हता प्राप्त करने में मदद मिलती है।