द फॉलोअप डेस्क
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर झारखंड सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हैं कि सड़कों के नाम पर घोटाले की परतें बिछाई जा रही हैं। पथ निर्माण विभाग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद संभाल रहे हैं, तो यह विभाग भ्रष्टाचार में कैसे पीछे रह सकता है? वैसे यहां पथ निर्माण विभाग में ठेकेदारों के चयन से लेकर टेंडर लेने-देने का “काम” कैसे होता, यह सर्वविदित है। अगर टेंडर नए न्यूनतम दर में भी एलाट होता है तो बाद में ज़्यादा काम दिखाकर पेमेंट बढ़ा देने एवं इसके लिये मनमाना वसूली का खेल किसी से छिपा नहीं है।
आगे बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लगता है हेमंत सोरेन ने ठान लिया है कि जब तक गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स वाले आकर सबसे ज़्यादा घोटाले करने का रिकॉर्ड उनके नाम नहीं कर देते, वे रुकने वाले नहीं हैं। लोहरदगा ज़िले के पेशरार गांव में जिस 'सड़क' का निर्माण हो रहा है, वहां सड़क की गिट्टी, डामर या GSB (ग्रैन्युलर सब-बेस) का नामोनिशान नहीं है। सीधे मिट्टी डाली जा रही है, और ऊपर से खानापूर्ति के लिए थोड़ा बहुत मसाला छिड़ककर सबकी आंखों में धूल झोंकी जा रही है। सड़क निर्माण में GSB वह नींव होती है, जिस पर पूरी सड़क की ताक़त टिकी होती है, पर यहां तो नींव ही गायब है!
कहा कि जिस सरकार की नींव ही घोटालों और भ्रष्टाचार पर टिकी हो, वहां ये छोटी-मोटी सड़कें तो बारिश में बहने के लिए ही बनती हैं। मुख्यमंत्री इसकी जांच कराइये और दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई करिये। ध्यान रहे कि कहीं आपकी “चोर मंडली”उल्टे इस भ्रष्टाचार का वीडियो बनाने वाले पर ही झूठा मुक़दमा करवा कर उसे ही परेशान करने न लग जाय जैसा आजकल आपके राज में हो रहा है।