बोकारो
कथारा कोलियरी के 3 नंबर खदान से हो रहे खनन कार्य को लेकर झिरकी बस्ती में एक बार फिर भूमिगत आग और सतही आग के गंभीर खतरे ने दस्तक दी है। इस मुद्दे पर राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर चिंता जताई है।
मंत्री ने अपने पत्र में बताया कि उन्हें ग्रामपंचायत झिरकी, पोस्ट-कथारा, प्रखण्ड-गोमिया के मो० सज्जाद अंसारी समेत अन्य स्थानीय नागरिकों की ओर से एक परिवाद प्राप्त हुआ है। इस परिवाद में आरोप लगाया गया है कि सीसीएल और इससे जुड़ी आउटसोर्सिंग कंपनियों द्वारा खनन कार्य के दौरान निकलने वाले ओवरबर्डन (पत्थर और अपशिष्ट) को झिरकी बस्ती के पास डंप किया जा रहा है, जो पहले से ही भूमिगत आग की चपेट में है।
मंत्री ने पत्र में स्पष्ट किया है कि इस तरह से ओवरबर्डन फेंकने से आग सतह पर भी तेजी से फैल रही है, जिससे एक बड़ी मानवीय आपदा की आशंका है। उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही करार देते हुए कहा कि यह न केवल पर्यावरण बल्कि बड़ी आबादी की जान-माल के लिए भी खतरा बन चुका है।
मंत्री प्रसाद ने सीसीएल प्रबंधन से आग्रह किया है कि वे खनन अपशिष्ट के निपटान की दिशा में तुरंत प्रभाव से ठोस कदम उठाएं और झिरकी ग्राम के निकट पहले से डंप किए गए ओवरबर्डन को हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित करें। साथ ही भूमिगत आग को बुझाने की दिशा में भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
इस पत्र की प्रतिलिपि बोकारो के उपायुक्त और बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी को भी भेजी गई है ताकि स्थानीय प्रशासन इस दिशा में तत्काल संज्ञान ले सके। इस पूरे मामले ने झिरकी बस्ती के निवासियों के बीच फिर से चिंता की लहर दौड़ा दी है और अब प्रशासन और सीसीएल की कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हैं।