द फॉलोअप डेस्क
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप के बाद लगातार झटके महसूस किए जा रहे हैं। पहले 7.7 तीव्रता का घातक भूकंप आया था, जिसके बाद शनिवार को कई राज्यों में फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रविवार को मांडले से 13 मील उत्तर-पश्चिम में 5.1 तीव्रता के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग फिर से डर के साए में आ गए हैं।
भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों के कारण राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। म्यांमार में भीषण भूकंप को देखते हुए आपातकाल की घोषणा की गई है, और जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संकटग्रस्त देश की मदद करने की अपील की है।
भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई है, जिसमें अब तक 1600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा, 34 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं और बड़ी संख्या में लोग लापता हैं, जिन्हें तलाशने का कार्य जारी है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन भूकंप के बाद की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
मुसीबत की इस घड़ी में म्यांमार की मदद के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, चीन और कई अन्य देशों ने मदद का ऐलान किया है। इन देशों ने राहत सामग्री भेजना शुरू कर दिया है और म्यांमार के लोगों को सहायता पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है।