द फॉलोअप डेस्क
आजसू पार्टी ने कांग्रेस की रांची में आयोजित 'संविधान बचाओ रैली' को महज एक राजनीतिक नाटक की संज्ञा दी है। आजसू पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत और झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर ने कहा है कि कांग्रेस की यह रैली फ्लॉप रही और उसे जनता का समर्थन नहीं मिला। इसी सदमे में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम तक भूल गए और झामुमो को जेजेएम बता दिया।
आजसू नेताओं ने कहा कि संविधान की रक्षा का ढोंग रचने वाली कांग्रेस यह भूल रही है कि उसने अपने शासनकाल में संवैधानिक संस्थाओं का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया और अपने स्वार्थ के लिए संविधान का 80 बार संशोधन किया। कांग्रेस ने संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए देश में आपातकाल लगाकर दमन किया।डॉ भगत ने कहा कि कांग्रेस ने झारखंड के आदिवासियों, पिछड़ों, और गरीबों के अधिकारों को लगातार अनदेखा किया। आजसू पार्टी संविधान के मूल्यों में पूर्ण विश्वास रखती है और हम मानते हैं कि संविधान की सच्ची रक्षा तब होगी, जब झारखंड के लोगों को उनका हक, सम्मान, और विकास मिलेगा।
प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि कांग्रेस ने दो दो बार 1963 और 1993 में झारखंड आंदोलन की सौदेबाजी कर झारखंडियों को हक से वंचित रखा। कांग्रेस की यह रैली संविधान बचाने के नाम पर केवल एक दिखावा है, जिसके पीछे उनका मकसद 2024 के विधानसभा चुनाव की हार को छिपाना और जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर लोगों को भटकाना है। आजसू पार्टी झारखंड के हितों और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है, और हम किसी भी राजनीतिक दल को जनता के सामने झूठे वादों के साथ नाटक करने की इजाजत नहीं देंगे।