द फॉलोअप डेस्क
बिहार के मुजफ्फरपुर में 11 साल की बच्ची के साथ रेप और मौत के मामले में सरकारी तंत्र भी पूरी तरह से कमजोर दिख रही है, उसकी एक और बानगी आज देखने को मिल गयी। दरअसल इस घटना को लेकर हर कदम पर सरकार का वीभत्स चेहरा सामने आता रहा है। रेप की इस घटना के बाद पुलिस ने FIR दर्ज नहीं किया, आरोपी को भी पकड़ कर छोड़ दिया गया। पीड़ित बच्ची को सही इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गयी।
आज सरकार का एक और हैवानी चेहरा सामने दिखा है, दरअसल बिहार के डिप्टी सीएम और मुजफ्फरपुर के प्रभारी मंत्री विजय सिन्हा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। वहां पीड़िता के परिजनों ने कहा कि हुजूर अस्पताल में लापरवाही के कारण हमारी बच्ची मर गयी, अगर समय से इलाज हो जाता तो बच्ची बच जाती। पीड़िता के परिजन से डिप्टी सीएम के साथ चल रहे सूबे के पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने कहा, बेटा कसम खाओ तो कि तुम सच बोल रहे हो।
ये घटना डिप्टी सीएम के सामने हुआ। इस दौरान पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के साथ चल रहे थे। केदार गुप्ता स्थानीय विधायक भी हैं। उन्होंने जब पीड़िता के परिजनों को बेटा कसम खाने को कहा था तो डिप्टी सीएम को लगा कि मामला बिगड़ रहा है। मामला बिगड़ता देख विजय सिन्हा ने खुद पीड़िता के परिजन से बात की। डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं शुरू से ही इस मामले को देख रहा हूं और मैं यहां का प्रभारी मंत्री हूं तो मेरे रहते कोई अपराधी बचने वाला नहीं है।