द फॉलोअप डेस्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की अहम बैठक हुई, जिसमें गठबंधन के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में राजग ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए दो प्रमुख प्रस्ताव पारित किए।
बैठक में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहसी नेतृत्व की सराहना करते हुए पहला प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान स्वदेशी रक्षा तकनीक की भूमिका और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हुई प्रगति पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता की मिसाल बताया।
दूसरे प्रस्ताव में अगली जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने इसे सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह सरकार का लक्ष्य है कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने गठबंधन के नेताओं को अनुशासित और जिम्मेदार बयानबाजी की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अनावश्यक और विवादास्पद बयानों से बचना चाहिए, ताकि संगठन की छवि और मजबूती बनी रहे। संघर्ष विराम और राजनीतिक जिम्मेदारियों को लेकर भी पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक की जानकारी दी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को देश और गठबंधन के लिए प्रेरणादायक बताया।