रांची
उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी रांची, मंजूनाथ भजन्त्री ने मंगलवार को समाहरणालय परिसर स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालयों की कार्यप्रणाली, स्वच्छता, कर्मियों की उपस्थिति और समग्र व्यवस्था की समीक्षा की। निरीक्षण के क्रम में जिला कल्याण शाखा के नलिता कुमारी महतो और विकास जायसवाल (कार्यालय लिपिक) अनुपस्थित पाए गए, जिन पर शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य लिपिक दिलीप कुमार को आईडी कार्ड नहीं पहनने और क्लर्क दिनेश कुमार पासवान को टेबल पर नेम प्लेट नहीं लगाने पर भी नोटिस दिया गया। जिला भू-अर्जन कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर आदर्श कुमार सिंह को भी आईडी कार्ड नहीं पहनने पर जवाब तलब किया गया।
कुछ कार्यालयों की प्रशंसा, कुछ को सुधार के निर्देश
अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) कार्यालय की साफ-सफाई और व्यवस्था की उपायुक्त ने सराहना की। उन्होंने इसे अन्य कार्यालयों के लिए उदाहरण बताया और अगली ऑल हैंड मीटिंग में इसके मॉडल प्रस्तुतिकरण की बात कही।
जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में भी निरीक्षण किया गया, जहाँ उपस्थिति, नेम प्लेट और आईडी कार्ड की स्थिति पर निर्देश दिए गए।
पारदर्शिता, समयबद्धता और जनसेवा पर ज़ोर
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि सरकारी कार्यालयों को स्वच्छ, अनुशासित और जनहितकारी बनाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा: "देर से आने या बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमारा उद्देश्य है कि जनता को बेहतर और समयबद्ध सेवाएँ मिलें।" उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण भविष्य में भी नियमित रूप से जारी रहेंगे, ताकि कार्य संस्कृति में सुधार और पारदर्शिता बनी रहे।