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झारखंड सचिवालय सेवा संघः विवेक आनंद बास्की व अनुज रजक पर भारी पड़ेगी दीप्ति शिखा हेरेंज?

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड सचिवालय सेवा संघ के चुनाव का बिगुल बज गया है। संघ के अध्यक्ष व महासचिव समेत कार्यकारिणी के कुल 18 पदों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। 13 से 19 मई (रविवार को छोड़) तक नामांकन की तिथि है। 20 से 21 मई तक नामांकन पत्र वापस लिया जा सकता है। 22 को नामांकन पत्रों की जांच और 23 मई से 30 मई तक प्रचार की अवधि निर्धारित की गयी है। एक जून को सुबह आठ बजे से दिन के दो बजे तक पशुपालन निदेशालय सिंहमोड़ हटिया में मतदान होगी। महासचिव पद के लिए जल संसाधन विभाग के अमित कुमार ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इसी तरह अध्यक्ष पद के लिए दीप्ति शिखा हेरेंज 19 मई को और विवेक आनंद बास्की शुक्रवार को अपना नामांकन करेंगे। अध्यक्ष पद के तीसरे उम्मीदवार सूचना आयोग में पदस्थापित अनुज रजक बताए जा रहे हैं।


अध्यक्ष पद के तीनों ही उम्मीदवार 2013 बैच के हैं। इनमें दो पुरुष और एक महिला है। क्या दीप्ति शिखा हेरेंज अपने दोनों प्रतिद्वंदियों पर भारी पड़ेगी, यह सचिवालयों में चर्चा का विषय है। यहां मालूम हो कि 2013 बैच के सबसे अधिक लगभग 500वोटर हैं। 2016 बैच के लगभग 90, 2012 बैच के लगभग 40 एवं शेष 1995बैच के लगभग 250 वोटर हैं। कुल मतदाताओं की संख्या 882 बतायी गयी है। वहीं संघ के प्रभावी महासचिव पद के लिए विधि विभाग के राजेश कुमार सिंह एवं जल संसाधन विभाग के अमित कुमार के बीच मुकाबला होने की प्रबल संभावना है। यहां राजेश कुमार सिंह भारी पड़ेंगे, इसका सचिवालयकर्मी अनुमान लगा रहे हैं। वहीं संयुक्त सचिव पद के लिए कैबिनेट में पदस्थापित आनंद कुमार ने ताल ठोक दिया है।
चुनाव नहीं लड़ रहे वर्तमान अध्यक्ष व महासचिव
झारखंड सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष ध्रुव प्रसाद और महासचिव सिद्धार्थ शंकर बेसरा इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। दरअसल ध्रुव प्रसाद 2027 में रिटायर कर जाएंगे। जबकि चुनाव के बाद संघ की कार्यकारिणी का कार्यकाल 2028 तक रहेगा। वहीं बेसरा का कहना है कि वह संघीय राजनीति से अब सन्यास ले लिया है। 
सचिवालयों में चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी
झारखंड सचिवालय सेवा संघ के चुनाव को लेकर सचिवालयों में सरगर्मी बढ़ने लगी है। 19 मई को नामांकन पत्र दाखिल करने की तिथि समाप्त होते ही, सरगर्मी और बढ़ेगी। चुनाव को लेकर तरह तरह के समीकरण बनाए और बिगाड़े जा रहे हैं। अध्यक्ष व महासचिव पद के उम्मीदवारों को सबसे अधिक अपने ही बैच के वोटरों पर भरोसा है। अध्यक्ष पद की महिला उम्मीदवार पर सबकी नजर है। मालूम हो कि झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की अध्यक्ष भी महिला है।

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