द फॉलोअप डेस्क
गुरुवार को समाहरणालय सभागार में निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें नशे से होने वाले दुष्प्रभावों, समाज एवं व्यक्तिगत जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव, इनके कारण, परिणाम एवं इससे बचने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई ।
कार्यक्रम का शुभारंभ DC राम निवास यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया।
सम्बोधित करते हुए DC रामनिवास यादव ने कहा कि 10 जून से 26 जून तक चलने वाले इस राज्यव्यापी अभियान का हम सभी हिस्सा बनें और अपना कर्तव्य समझते हुए अपने आस पास के लोगों को इस मुहिम के तहत जोड़ते हुए उन्हें भी जागरूक करें। नशा न सिर्फ एक व्यक्ति के मानसिक,शारीरिक और बौद्धिक विकास को बाधित करता है बल्कि वह पूरे समाज के लिए दीमक की तरह काम करता है। यह किसी व्यक्ति को आर्थिक रूप से कमजोर तो करता ही है साथ की किसी परिवार के टूटने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका देखी जा रही है। यह समाज के लिए एक अभिशाप है जिसे दूर करना हमारा बैठ कर्तव्य और जिम्मेदारी है। एक मजबूत समाज से ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। हमारे देश युवा जनसंख्या का प्रतिशत सर्वाधिक है उनकी ऊर्जा से देश को नई दिशा दी जा सकती है। इसलिए युवा पीढ़ी को नशे की दलदल से बचाना आवश्यक है।
आजकल वयस्कों के साथ साथ किशोरी में भी नशे की लत बढ़ती जा रही है। उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक है कि हम अब एक मंच पर आकर नशे से समाज को बचाने हेतु कृत संकल्पित हो। इस हेतु लिए जिला प्रशासन गिरिडीह द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरूपयोग को रोकने के लिए जनभागीदारी आवश्यक है। तभी हम अपने समाज को नई दिशा दे पाएंगे।यु वा पीढ़ी अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाएं और देश और समाज के विकास में अपना योगदान दें। साथ ही उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे नुक्कड़ नाटक, शपथ पाठ, विद्यालय स्तर पर क्विज व निबंध प्रतियोगिता, बाजार हाट आदि में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, जिससे लोग नशे से बच सकें और मादक पदार्थों का सेवन कम करें।