जमशेदपुर
जमशेदपुर में फिर एक हादसे में युवक की जान चली गयी है। दरअसल, बर्मामाइंस के सिदो-कान्हों बस्ती में स्थित टाटा कंपनी के कई क्वार्टरों को जर्जर घोषित कर दिया गया था। साथ ही कंपनी की ओर से इन क्वार्टरों का कुछ हिस्सा भी धराशायी किया गया था। अब इन जर्जर पड़े क्वार्टरों से ठेकेदार की ओर से मजदूरों को लगाकर ईंट की चोरी करवाई जा रही थी। इसी बीच रविवार की दोपहर क्वार्टर का बड़ा छज्जा गिर गया। जिससे छज्जे के मलबे में दबने के कारण मजदूर मोहम्मद मुन्ना की मौत हो गयी है। वहीं, मृतक की पत्नी भी इस घटना में घायल है। इसके अलावा घटना में अन्य कई मजदूर भी घायल हुए हैं, जिनका ईलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है। घटना में घायलों की बात करें तो मोहम्मद मुन्ना की पत्नी शाजिया परवीन के अलावा दो और अजदूर शामिल है। जो जर्जर क्वार्टर से ईंट निकलने का काम कर रहे थे।
दूसरी ओर घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से सभी को एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मोहम्मद मुन्ना को मृत घोषित कर दिया।
इधर, घटना की जानकारी मिलने पर बर्मामाइंस के थाना प्रभारी दिलीप यादव मौके पर पहुंचे और घायलों से बातचीत की। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। घायलों ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि वे ठेकेदार पोपट के कहने पर ईंट की चोरी करते थे। इसके लिए उन्हें 500 रुपये के हिसाब से दैनिक मजदूरी दी जाती थी। रविवार को इसी क्रम में जर्जर क्वार्टर का छज्जा गिर गया।
दूसरी ओर, घटना की जानकारी पर आजसू प्रवक्ता अप्पू तिवारी भी मौकर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि खाली पड़े क्वार्टरों में अवैध रूप से हो रहे ईंट चोरी को लेकर कई दिनों से सवाल कर रहे थे। लेकिन, टाटा कंपनी के सक्षम पदाधिकारी और स्थानीय थानाध्याक्ष के कानो मे जूं तक नहीं रेंग रही थी। पूर्व में भी हमने आगाह किया था कि कोई बड़ी दुर्घटना होगी। आज मुन्ना की मौत हो गयी और उसकी पत्नी के अलावे कई लोग घायल हुए। मामले को थाना प्रभारी द्वारा लीपापोती कर दबाया जा रहा हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ईंट की चोरी किसके इशारे पर हो रहा हैं। जिससे इतने बड़े हादसे हो गया।