द फॉलोअप डेस्क
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर में एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां के पांशकुड़ा इलाके में सातवीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या कर ली, सिर्फ इसलिए क्योंकि उस पर झूठा चोरी का आरोप लगाया गया था। घटना के अनुसार, पांशकुड़ा के गोंसाइबेर बाजार का रहने वाला छात्र बाजार में चिप्स लेने गया था। चिप्स न मिलने पर सड़क किनारे गिरा एक पैकेट उठा लिया। इसी दौरान एक सिविक वालंटियर शुभंकर दीक्षित ने उसे पकड़ लिया और चोरी का आरोप लगाते हुए सरेआम बेइज्जती की और मारपीट की। इतना ही नहीं, छात्र से उठक-बैठक भी करवाई गई।
अपमानित छात्र घर पहुंचा और कमरे में जाकर कीटनाशक पी लिया। परिजन जब तक कुछ समझ पाते, उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। परिजन उसे तुरंत तमलुक मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस को छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा था- "मां, मैंने चिप्स रास्ते से उठाए थे। मैंने चोरी नहीं की थी।" परिजनों का आरोप है कि सिविक वालंटियर शुभंकर दीक्षित, जो दुकान का मालिक भी है, अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। क्षेत्र में लोगों में भारी नाराजगी है और वे आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मासूम की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।