द फॉलोअप डेस्क
यूनेस्को की को-चेयरपर्सन डॉ. सोनाझारिया मिंज ने झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की से उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। डॉ. मिंज सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका की पूर्व कुलपति रह चुकी हैं।
इस दौरान दोनों के बीच आदिवासी मुद्दों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने डॉ. सोनाझारिया मिंज को यूनेस्को का को-चेयरपर्सन नियुक्त किए जाने पर खुशी जताई और इसे झारखंडवासियों व आदिवासी समाज के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया।
मंत्री तिर्की ने कहा कि डॉ. मिंज की व्यवहार कुशलता और सामाजिक ज्ञान अत्यंत प्रभावशाली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि डॉ. मिंज की इस नई भूमिका से आदिवासी भाषा, संस्कृति और विरासत को वैश्विक मंच पर मजबूती मिलेगी। साथ ही, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड की आदिवासी पहचान तथा वर्तमान चुनौतियों को सामने लाने में यह भूमिका अहम साबित होगी।
गौरतलब है कि यूनेस्को का उद्देश्य शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और संचार के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना है। मंत्री तिर्की ने विश्वास जताया कि डॉ. सोनाझारिया मिंज इस जिम्मेदारी को शत-प्रतिशत सफलता के साथ निभाएंगी।