द फॉलोअप डेस्क
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस शुरू से दलित विरोधी है। उनको फूटे आंख दलितों की तरक्की नही सुहाती है। ऊपर से जब दलित पढ़ा लिखा और युवा हो तो, विपक्ष को उनमें के अवगुण दिख जाते है। कांग्रेस ने बाबा साहेब अम्बेडकर का जिस तरीके से अपमान किया था, उसकी कभी चर्चा नही करते है। जैसे - विपक्ष के नेता खुद दूध से धुले हों! सौ चूहे खा कर बिल्ली चली हज को।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष ने ने जिस तरीके रामविलास पासवान, तनराम मांझी और अशोक चौधरी के परिजनों पर आक्षेप लगा रहें है इससे उनकी कुंठा से प्रतीत होती है। उनके आरोप से ऐसा लग रहा है कि वो सभी इंशक्योर हो गए हों! विपक्ष के नेता यदि अशोक चौधरी के दामाद सायन किशोर पर आरोप लगा रहें है तो वो बताएं कि क्या सायन किशोर की कोई अपनी पहचान नही है? सायन किशोर राजनीति में आने से पहले अपने पिता के साथ सामाजिक कार्यो से जुड़े थे। वो महावीर मंदिर जैसे संस्थान के ट्रस्टी है। सायन एक पढ़े-लिखे और तेज तर्रार युवा है। उनकी योग्यता को देखते हुए ही कोई पद दिया गया है तो सभी के पेट मे दर्द क्यों हो रहा है?
शर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव के परिवार की एक मात्र योग्यता है कि वो लालू यादव के परिवार से जुड़े होते है। उस योग्यता के सामने कोई पढ़ाई-लिखाई या डिग्री का महत्व नही है। पहले तेजस्वी यादव के दो-दो मामा थे जिन्होंने लालू-कुल को आगे बढ़ाया और बाद में दो बहनें और दो भाई इस इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे। अभी यही नही इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए लालू-कुल में और तैयारी चल रही है। तेजस्वी यादव को आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए। यही नही, कांग्रेस तो नेहरू परिवार को ढोने को बाध्य है। कांग्रेस में नेहरू परिवार की अगली पीढ़ी की तैयारी भी शुरू हो गई है।